क्‍या शराब पीने, लहसुन खाने और गर्म पानी पीने से Coronavirus से बचेंगे, WHO ने दिया ये जवाब

न्‍यूयॉर्क। कोरोना वायरस अब तक पूरी दुनिया में 8,000 से ज्‍यादा लोगों की जान ले चुका है। दो लाख से ज्‍यादा लोग इससे संक्रमित हैं और दुनिया के करीब 160 देश उन उपायों को अपनाने में लगे हुए हैं, जिनकी मदद से इसे रोका जा सकता है। इस बीच कई तरह की बातें भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुईं जैसे कि क्‍या गर्म और उमस भरे मौसम में वायरस खत्‍म हो जाएगा? ऐसे और इस तरह के कई सवालों के जवाब विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍लूएचओ) ने दिए हैं। जानिए आपके तमाम सवालों पर डब्‍लूएचओ ने क्‍या जवाब दिए हैं। डब्‍लूएचओ, फिलीपींस की तरफ से ट्टिवर पर कई अफवाहों के सटीक जवाब दिए हैं।



गर्मी और उमस में होगा खत्‍म


अफवाह- नया कोरोना वायररस (कोविड-19) गर्म और उमस वाले मौसम में बच सकता है।


WHO- कोविड-19 उन देशों में फैल रहा है जहां पर गर्म और उमस भरा मौसम है और साथ ही उन देशों में भी जहां की जलवायु ठंडी और शुष्‍क है।


अफवाह-लगातार नाक को सैलिन से धोने पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।


WHO-नहीं, अभी तक इस बात के कोई सुबूत नहीं मिले हैं कि नियमित तौर पर नाक को सैलिन से धोने पर लोग कोरोना वायरस के इनफेक्‍शन से बच सकते हैं।


सैनिटाइजर ही बचाएगा इंफेक्‍शन


अफवाह-सैनिटाइजर दुकानों में खत्‍म हो चुके हैं तो अब क्‍या हो सकता है?


WHO-अपने हाथों को आम तौर पर प्रयोग आने वाले साबुन और पानी से अच्‍छे से धोइए। यह कोविड-19 से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। हमेशा अपनी उंगलियों के बीच, हथेली के पीछे और नाखून के आसपास वाली जगह को अच्‍छे से साफ करें।


अफवाह-कोविड-19 हवा के जरिए भी फैल सकता है जैसे कि एयर कंडीशन या फिर ई-सिगरेट।


WHO- वर्तमान में जो सुबूत हैं उससे साफ होता है कि वायरस किसी संक्रमित व्‍यक्ति के करीबी संपर्क से ही फैलता है। अगर उस व्‍यक्ति ने खांसा है या फिर छींका है तो फिर उससे निकली बूंदो (ड्रॉपलेट्स) से वायरस फैलता है।


बूढ़ों पर इंफेक्‍शन का खतरा ज्‍यादा


अफवाह-कोरोना वायरस बूढ़ों को ज्‍यादा प्रभावित कर रहा है और युवा भी काफी संवेदनशील हैं।


WHO- हर उम्र के लोगो इस वायरस से संक्रमित हो सकते है। मगर वृद्धों पर और ऐसे लोग जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं उन पर वायरस की चपेट में आने का खतरा ज्‍यादा है।


अफवाह-चीन से आए किसी भी पैकेज या फिर चिट्ठी को नहीं लेना चाहिए क्‍योंकि यह असुरक्षित है।


WHO-ऐसा नहीं है, लोग चीन से आए पैकेज को स्‍वीकार कर रहे हैं और उन इस बात का कोई खतरा नहीं है कि वे वायरस के संपर्क में आ सकते हैं। हमारे पहले के विश्‍लेषण में यह बात साबित हुई है कि कोरोना वायरस किसी भी सामान जैसे चिट्ठी या फिर पैकेजेस पर ज्‍यादा समय तक जिंदा नहीं रहता है।